Jagreeti sharma
@voicequeen · 1:52
आओं चले पर्वतों के बीच,घाटियों के गोद में...
आउट, चलें घूमने पर्वतों के बीच घाटियों की गोद में कुछ देर विश्राम करने, जिंदगी की थकान दूर करने, प्राकृतिक नजारों में खो जाने, को और चले पर्वतों के बीच घाटियों के गोद में घटाओं की वादियों के बीच कुछ देर आराम करने। और चले पर्वतों के बीच घाटियों की गोद में। आप। सबको। मेरी यह कविता कैसी लगी? मुझे बताइएगा। साथ ही यदि हम किसी सार्वजनिक जगह या हिल स्टेशन में जाते हैं तो वहां हमें कचरा या असुरक्षा नहीं फैलाना चाहिए, बल्कि उस जगह को साफ सुतरा रखना चाहिए। इस बात का ध्यान रखें।