जिसे कई साहित्यकारों ने मिलकर प्रयास किया और हजारी प्रसाद दिवेदी, जिनमें से मेरे प्रिय लेखक हैं और साहित्यकार रह चुके हैं। मैं उन्हीं की कविताएं संवाद, को और लेखन बचपन से पढता आ रहा हूँ। यह भाषा जिस लिपि अर्थात स्क्रिप्चर में लिखा लिखी जाती है व देवनागरी है। इस भाषा को राष्ट्र भाषा बनाने के लिए गाँधी जी ने 1918 में पूरे संविधान में लागू किया था।
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 1:27
नमस्कार अंतराल जी आपको हिंदी दिवस की बहुत बहुत शुभकामनाएं और जैसा कि आपने बहुत अच्छे से बताया हिंदी दिवस के बारे में और अपनी हिंदी भाषा के बारे में सच में हमारी हिंदी भाषा हमारी राष्ट्र भाषा है और इसको इसका उच्च सम्मान मिलना ही चाहिए और 1 भाषा देश में होनी चाहिए जो कि पूर्व से लेकर पश्चिम तक उत्तर से लेकर दक्षिण तक पूरे देश को जोड़े और सबसे खुशी की बात है कि पिछले 2 दशकों में हिंदी भाषा में ये प्राप्ति हुई है कि अब जितने हिंदी भाषा जिस तरह से नॉर्थ हिस्ट और साउथ इंडिया में इतने लोग दक्षिण भारतीय और पूर्वोत्तर भारत के लोग हिंदी का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करते थे लेकिन शिक्षा के प्रसार से और वो लोग जितना हमारे केंद्र की तरफ आ रहे हैं तो उनमें भी हिंदी का प्रसार हो रहा है और वो बच्चे भी अब हिंदी सीख रहे हैं और बोले बहुत अच्छी नासही लेकिन बोलने की कोशिश तो करते है इतना ही बहुत इतनी ही बड़ी खुशी की बात है कि क* से क* अपने देश में तो हिंदी उतना सम्मान पा रही है जो उसको उसको मिलना ही चाहिए था बाकी रही 1 बात आपने जैसे कहा कि इसमें अंग्रेजी का उर्दू का समावेश होने से इसका रूप हो गया है तो मुझे लगता है उर्दू के समावेश से हिंदी जितनी सुन्दर थी उससे और ज्यादा खूबसूरत हो गई है।
Priya kashyap
@Priya_swell_ · 0:55
थैंक यू सो मच मुझे इतने इम्पोर्टेंट स्वेल मे ट्रैक करने के लिए हिंदी दिवस आपने बहुत ही ज्यादा अच्छे से चीजों को समझाया और बताया है जो आपने बोला है वो बहुत ही ज्यादा अच्छा है सच में हिंदी का बहुत ही ज्यादा महत्व है हमारी जिंदगी में क्योंकि ये 1 ऐसी भाषा है जिसे सुन कर हम बड़े हुए हैं और जिसे सुन कर हम आज भी बहुत बहुत ही ज्यादा इमोशनल फील करते हैं हर भाषा अपनी जगह बहुत अच्छी है, बहुत खूबसूरत है, बहुत मीनिंग फुल है लेकिन जो प्यार, जो इमोशंस, जो लगाव हिंदी में है वो किसी भाषा में नहीं हम हर अलग अलग भाषा को भले ही सीख लेते हैं फॉर द क*्यूनिकेशन विद अदर्स क्योंकि हर जगह लोगों को हिंदी तो आती नहीं है दूसरे देशों के लोगों को हिंदी तो आती नहीं है तो कॉन्वरसेशन के लिए हम कोई भी भाषा का इस्तेमाल करे लेकिन जो भाषा दिल से निकलती है वो हिंदी ही है थैंक यू।
Swell Team
@Swell · 0:15
amit narayan
@Antraal · 0:33
सबसे पहले तो धन्यवाद प्रिया जी आपने रिप्लाई किया हां इस महत्वपूर्ण दिन के लिए मैं आपको आपको टैग करना उचित समझा क्योंकि आपका ज्यादातर स्वेल हिंदी में आते हैं मैं बहुत सारे सेलम इन्वाइटेड होता हूं जो कि अंग्रेजी भाषा के होते हैं तो से पढ़ लेता हूं सुन लेता हूं लेकिन उस तरीके का लगाव नहीं हो पाता तो धन्यवाद आपका आपने रिप्लाई किया धन्यवाद।
amit narayan
@Antraal · 2:17
सबसे पहले धन्यवाद शिल्पी जी आपने इतने अच्छे सुझाव दिए 2 दिन के बाद मैं आपको रिप्लाई कर रहा हूं मैं थोड़ा व्यस्त था अपने कुछ काम में तो आपने सही हा कि ये 1 ऐसी भाषा होनी चाहिए जो कि राष्ट्र में उत्तर से लेकर दक्षिण पूर्व से लेकर पश्चिम तक इसका विस्तार हो ये भाषा पहले हमारे देश में काफी व्याप्त थी पूरे भारत वर्ष में फैले हुए थे और लोग ज्यादातर हिंदी ही बोलते थे लेकिन अभी कुछ से ऐसा हो गया कि लोग अंग्रेजी को ज्यादा भाव दे रहे हैं क्योंकि इससे उनके व्यवसाय, उनके अपने काम, उनके अपने कॉलेज बहुत सारे ऐसे काम हैं जो कि अंग्रेजी भाषा से रिलेटेड होते हैं उसी से संबंध रखे रखते हैं तो हां 223 वर्षों पीछे की बात करें तो थोड़ा विस्तार हुआ है अंग्रेजी का उनसे थोड़ा सा विकास हुआ है लेकिन जहां तक बात हैं इसे बढ़ावा देने की तो ये आप और हम जैसे लोग ही बढ़ावा दे सकते हैं क्योंकि राष्ट्र हमी लोगों से बनता है राष्ट्र 1 छोटे से घर से लेकर के वो समाज बनाते हैं और समाज से राज्य और राज्य से फिर पूरा राष्ट्र बनता है तो शुरुआत कहीं न कहीं से करनी पड़ती है तो अगर आप इसे शेयर करें आप लोगों को बताएं कि हिंदी कितना महत्वपूर्ण है हमारा देश राष्ट्र का राष्ट्र भाषा है तो मुझे बड़ी खुशी होगी और तहे दिल से शुक्रिया आपका कि आपने इतने अच्छे महत्वपूर्ण विचार अपने रखे और रिप्लाई किया।