आप जब भी कुछ कहते हैं, तो आप वो बातें, वो शब्द सिर्फ दूसरों को नहीं सुनते। वो सारी बातें, सारे शब्द आप खुद भी सुनते हैं और पल की शांति प्राप्त करने के लिए बोले गए अपशब्द आपको आने वाले वक्त के लिए अशांत कर सकत हैं। क्योंकि आपने जो शब्द खत्म करने थे, उन्हीं शब्दों को जोर से बोल कर अपने दिमाग में दोबारा से जगह दी है। इसलिए, अपने जीवन में सुख, शांति, सुकून और खुशी महसूस करने के लिए सबसे पहले अपने बोल पर नियंत्रण पाना सीखें।
nalini pooja
@Pooja1234567 · 1:23
हाiस्वेलपिपल आपने सही कहा है कि जब हम क्रोध में ऐसे शब्द यूज कर लेते हैं या बुरे शब्द कभी किसी के बारे में तो पहले हमारी कहानी सुनते हैं आपने बिल्कुल सही कहा तो हमको चाहिए कि हमारे शब्द बहुत पावरफुल है तो उसे हम सोच समझ का इस्तेमाल करें और हां वो हमारे एफेक्ट करते हैं क्योंकि जब हम किसी के बारे में बुरा बोलते हैं तो हम भी खुद बेचैन हो जाते हैं काफी समय तक के लिए बर्ड्स तो बहुत पावरफुल है इसलिए हम सोच समझ कर बोलना चाहिए और अच्छी बातें बोले अच्छा अच्छा बोले क्योंकि लॉ ऑफ एक्रैक्शन काम करता है जैसे हमारे नानी बताते थे कि जैसे तथासतु देवता होते हैं जो न हमारे बोल पे हमारे जुबान पर जैसे सरस्वती देवी बैठ जाती है ट्वेंटी फोर आवर्स में 1 बार तो हमारे बोले वे शब्द कभी सही भी हो जा सकते हैं तो बुरा तो मत ही बोलिए क्योंकि पहले हम ही सुनेंगे सही कहा आपने बहुत अच्छा लगा आपको सुने थैंक यू हैव।