Kunal Jain
@sonofindia · 4:59
पापा बुद्धू हे ! मेरी बिटिया ने आज मुझे फिर बुद्धु बना दिया , वो भाव है जो हर पिता में धड़कता है इसलिए यहाँ पेश कर रहा हूँ
नमस्ते दोस्तों, आज एक्च्वलीएकबड़ी दर्दनाक खबर भारत से आई जिसमें भारत की 1 बेटी मोटर साइकिल स्कूटर पे थी और उसको बड़ी दर्दनाक मौत नसीब हुई ये सब सुनते हैं और इस तरह की कोई खबर सुनते हैं तो बड़ा धक्का सा लगता है कि आज जहाँ पूरी दुनिया 1 सेफ्टी और सिक्योरिटी और प्रोटेक्शन की बातें कर रही है वहां पर भारत में 1 बेसिक प्रोटेक्शन और सेफ्टी जो है उसके लिए भी लोगों को तरसना पड़ता है या अपने किसी लोगों को मौत का सामना करना पड़ता है 1 मेरी कविता है जो मैंने बिटियाओं के लिए लिखी थी बिटियाएं जो होती हैं पिताओं के लिए उनका प्रेम जो है वो बिना किसी उसके ही बरसता है बहुत बरसता है मेरी बिटिया 16 साल की है अभी हुई है तो और उसने कुछ ऐसी जिद कर दी जिसकी वजह से उसकी मम्मी को तो बड़ा धक्का लगा था तो मैंने उसी बात पर 1 कविता लिखी है मेरी बिटिया ने आज मुझे फिर बुद्धू बना दिया मेरी बिटिया ने आज मुझे फिर बुद्धू बना दिया मम्मा ऐसी मम्मा वैसी यह कहकर अपना उल्लू सीधा करवा दिया मम्मा ऐसी मम्मा ऐसी यह कहकर अपना उल्लू सीधा करवा लिया मौका मैंने भी न छोड़ा मौका मैंने भी न छोड़ा और सोचा अपने नंबर बना लूँ मौका मैंने भी न छोड़ा और सोचा अपने नंबर बना लूं बिना बात समझे हर बात पर हाँ कह दी बाद में पता चला बेटी ने तो हद कर दी बिना बात समझे हर बात पर हां कह दी बाद में पता चला बेटी ने तो हद कर दी बित्ते भर की लड़की ने मोटरसाइकिल चलाने की जिद कर दी बित्ते भर की लड़की ने मोटर साइकल चलाने की जिद कर दी यहाँ पर क्या है कि मिनिमम जो मोटरसाइकिल आती है वो करीबन 500 सीसी की 5 सौ पाउंड की होती है हार्ड डेविडसन और उसका 1 प्रोसेस होता है उसकी आपको ट्रेनिंग लेनी होती है सर्टिफिकेशन लेना पड़ता है फिर आपको उसका स्पेशल लाइसेंस मिलता है ऐसा नहीं है कि आपको कार चलानी आती है तो आप ऑटोमेटिकली आपको उसका लाइसेंस मिल जाएगा तो बहुत बड़ी बात थी हमारे लिए तो ये बित्ते भर की लड़की ने मोटर साइकिल चलाने की जिद कर दी खुद शो की भी नहीं और मोटर साइकिल कल 500 सी सी की मुझको बोला माँ को बता दिया है मुझको बोला माँ को बता दिया है अगले 3 दिन आपका और मेरा हार्ले डेविडसन ट्रेनिंग का इंतजाम करवा लिया है अपने आप ही कॉल करके स्केल*** कर ली ट्रेनिंग हमारी अगले 3 दिन आपका और मेरा हर हार्डली डेविडसन ट्रेनिंग का इंतजाम करवा लिया है ट्रेनिंग तक तो ठीक था लेकिन यह किसे मालूम था वह ट्रेनिंग नहीं वहां ट्रेनिंग नहीं दिल जीतने का सम्मान मिलता है फ्री की ट्रेनिंग में पूरी पॉकेट लूटने का तामझाम दिखता है फ्री की ट्रेनिंग में पूरी पॉकेट टाम पूरी पॉकेट लूटने का तामझाम दिखता है यहाँ पर बड़े सेफ्टी गियर्स ये वो दुनिया भर की तमाम तरह की ताकि आप प्रोटेक्टेड रहें आप एडवेंचर करें लाइफ में लेकिन प्रोटेक्टेड रहें मेरा मन अपने अतीत की ओर लौटा मेरा मन अपने अतीत की ओर लौटा जहाँ रखा था मेरा सारा सामान सरोटा जहाँ रखा था मेरा सारा समान सरोटा हम भी 17 के थे पर लूना पर सवार थे हम भी 17 के थे पर लूना पे सवार थे 500 तो छोड़ो 50 सी सी से भी लाचार थे हमारी कितनी सी लूना की कपैसिटी होती थी 5 सौ तो छोड़ो 50 सीसी से भी लाचार थे ये जमाना दूसरा है जना यह जमाना दूसरा है जनाब यहाँ बच्चों के आगे माँ बाप लाचार हैं यहां बच्चों के आगे माँ बाप लाचार हैं मेरी गोरैया अब उड़ने के लिए तैयार है मेरी गोरैया अब उड़ने के लिए तैयार है तो ये ये फील*** है जो 1 भाव है जो अपनी बेटियों के लिए और यहाँ रहते हुए हमको यह बड़ी तकलीफ होती है कि जब आपकी ख्वाहिशें और इच्छाएं उनको सिर्फ इसलिए दबा दिया जाता है कि आपकी लाइफ के सेफ्टी और प्रोटेक्शन स्टेट नहीं कर सकता यह बाहर की जो चीजें हैं वो अवेलेबल नहीं है तो इस कविता को सुनें सराहें फीड बैक के लिए आई विल लुक फॉरवर्ड।
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 0:39
नमस्कार कुनाल जी बहुत खूबसूरत पंक्तियाँ आपने कहीं बेटी के लिए बिल्कुल सही बात है की जो वो समय थे कुछ और थे और ये समय कुछ और है और ये बेटियाँ बहुत प्यारी होती है और किसी भी तरह से अपनी बात मनवानी आती है खास तौर से फादर से बहुत अच्छे से मनवानी आती है और ये मनवा ही देती है और ये ऐसे ही मनवाते रहे और जिंदगी में आगे बढ़ती रहे और इनको इनकी उड़ान देख के हम बस खुश होते रहे बाकी कविता बहुत खूबसूरत थी बहुत सुंदर शब्दों में आपने अपनी पूरी पूरा जो वो सीन था वो क्रिएट किया बहुत अच्छा था।
Kunal Jain
@sonofindia · 0:29
शिल्पी जी नमस्ते और बहुत बहुत धन्यवाद इतनी सराहना के लिए आप जैसे फैंस हो जैसे सुनने वाले हो तो और सेंटेंसेस अपने आप बन जाते हैं मैं भी ऐसे लिखता रहूँगा और आपकी सराहना के लिए बहुत बहुत धन्यवाद थैंक यू।
N M
@Nehakesaath · 1:27
हेलो? कुनाल जी? नमस्ते थैंक यू सो? वेरी मच, फॉर शेयरिंग, दिस पोinवितमी। बहुत ही खूबसूरत तरीके से। आपने अपने इमोशंस को इस कविता में अपनी बेटी के लिए प्रेजेंट किया है। और बहुत ही अच्छे ढंग से। 1 ब आप 1 पिता और 1 डॉटर के रिलेशनशिप को पोट्रे किया है। बिल्कुल बेतिया वरदान है। भगवान का। मेरे। 2 बेटे हैं। मुझे 1 बेटी की बहुत इच्छा थी। बट यू, नो स, न गॉड? जो मुझे बेटी नहीं है।