ह**ो गुड मॉर्निंग सर फैमिली कैसे हैं सब इम बैक अनोदर पार्ट ऑफ कृष्ण करण संवाद चलिए शुरू करते हैं आई होप आप सबको ये भी अच्छी लगेगी सुन कर बात कृष्ण की करण का सांस थम गया संघर्ष का 11 पल उसकी आँखों के आगे घूम गया ये कैसी बात कही कृष्णा आपने युद्ध भूमि में आन कर नहीं सोचा आपने मेरे शत्रु मेरे बाई है टूट जाएगा करण ये जानकर मैं नहीं जानता मैं माँ के होते हुए भी क्यों आना था क्यों मेरी माँ का मुझे मिला नहीं सुने और साथ था जब मेरे सारे भाई शत्रिय थे तो मैं क्यों सूत पुत्र था सभी के स्नेह और प्रेम से मैं क्यों वंचित रहा कहा केशव ने सुनो करण पर स्थितियां होती हैं हमेशा होनी के वर्ष पर स्थितियां हो हमेशा अनुकूल ये केवल 1 ब्र है जीवन का संघर्ष ही वास्तव में जीवन का मर्म है तुम और मैं दोनों राजपुत्र थे पर न पाया राजसी जीवन मैं प्रसन्न हूँ इससे भी तो क्यों कुंठित हैं तुम्हारा मन रखो मन के द्वार खुले अपने अनुजों के लिए न करो मन को शंकित अपनी माता के लिए तुम्हारी माँ तुम्हें पुत्र रूप में फिर से पाकर खूब हर साएगी सत्य कहता है करण सत्य कहता हूँ करण वो पृथ्वी पर स्वर्ग से स्वर्ग सा अनुभव पायेगी खोल देते हैं इस रहस्य को पांडवों के समक्ष भी पाकर वो भ्राता को समझेंगे स्वयं को इंद्र समकक्ष ही आज के लिए बस इतना ही और अगले पाठ आगे की कविता आपको अगले पार्ट में सुनाऊंगी इस पर अपने व्यूज और रिप्लाई जरूर दीजियेगा मुझे दिल से इंतजार रहेगा सबका दिन बहुत बहुत शुभ हो।
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 0:07
hello good morning for cmag थैंक यू सो much for your appreciation thanks a lot।
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 0:09
hello mita good evening thank you so much for your application richa and please listen the third van also।
Neelam Singh
@NEELAM · 0:14
वेरी नाइस सिल्पी जी आपने बहुत खूबसूरत कविता कही यह मुश्किल भी है क्योंकि मैं खुद लिखती हूं तो मैं भी जानती हूं कि यह मुश्किल कविता है और आपने बहुत ही खूबसूरती से इसे बनाया।