निरंतर खुद को खोज दुनिया की मत सोच। दुनिया की सोचोगे तो दुनिया में ही उलझ कर रह जाओगे। जीवन में अपने कुछ बड़ा नहीं कर पाओगे। दुनिया का जो काम है वह दुनिया को करने दे तुम्हारा काम आगे बढ़ना है। खुद को आगे बढ़ने दे। जगा लो अपने भीतर के इंसान को मिटटी में मत मिलने देना। अपने गौरव और सम्मान को अपने वजूद का खुद ही बन जाना सिर्फ कार अपनी क*ियों को खुद ही तोड़ कर खुद को ही खुद लो तुम निकाल।
हाई मैडम फर्स्ट फॉर अ वेरी नाइस वेल एंड वेरी पोटरी दिस इस वेरी इंस्पायरिंग टो रिसन पोइट्री खुद की खोज एंड सीरियसली आज के टाइम में वी आर लाइक कि हम ओरो में उलझ के रह गए हम हमें जो पसंद है वो करते ही नहीं है लाइक की उनको ये पसंद है तो हम करेंगे हम ऐसे करते हैं तो लोग हमें पसंद है पसंद करेंगे दिस तो इस चक्कर में हम अपना वजूद धीरे धीरे भूलते जा रहे हैं तो और हम अपने अन्दर कोई मतलब घूम होता हुआ देख रहे हैं तो हमें अपने अंदर कोई खोजना चाहिए अपना खुद का जो हमें अच्छा लगे वो करना चाहिए ताकि जो दूसरों को हमारे अंदर पसंद है वो करना चाहिए सो थैंक यू सो मच फॉर शेयरिंग दिस वन्डरफुल स्वेल हैवेनाइजडे टेक केयर बाई बाई।
Neelam Singh
@NEELAM · 0:21
थैंक यू महक आपने मेरी पोयम को सराहा और सच में अपने आप को खोज लेना चाहिए क्योंकि अगर हम दूसरों के तरीके से जीते रहे न तो किसी दिन बहुत पसंद आते हैं इसलिए अपने आप को लिए भी जीना चाहिए खुद को भी खोजना चाहिए अपने लिए जीना जरूरी है बहुत।