Rajesh Nanda
@nanda9raj · 0:27
Tanhaion ko aag lagate hai
ह**ो दोस्तों गुड इवनिंग कैसे हो चलो मैं 2 लाइने आपको सुनाने जा रहा हूँ मौसम बहुत सर्द है आ बैठ पास मेरे चल तनहाइयों को आग लगाते हैं मुरझाई कलियां जिंदा कर फिर तेरे आंगन में फूल उगाते हैं बैठ पास मेरे चल तनहाइयों को आग लगाते हैं थैंक यू।
nayan tara
@nayantara · 0:38
चल बैठ कर तनहाइयों को आग लगाते हैं मौसम बहुत सारे है वाह बहुत खूबसूरत लाइन हैं इससे पहले मैंने आपको वो तितली वाला स्वेल सुना दोनों ही स्वर मुझे बहुत और काफी वक्त के बाद मैं स्व कासट पे वापस आई हूं तो अभी सुबह आज अचानक से अभी आपके दोनों स्वर्ग सुने पसंद आए सो कीप राइटिंग की साइटिंग।
Noor ul Huda
@noorulhuda87 · 0:23
असलाम? सिर? सिर? जब भी मैं आपकी पॉम सुनती हूँ न? तो आप यकीन करें। मेरे चेहरे पर मुस्कराहट आ जाती है। आप बहुत मुक्त है। सिर। और बहुत जानदार लिखते हैं। बहुत पावरफुल लिखते हैं। तो ऐसे ही लिखते रहिये। और ये आपकी जो रेलेवेंस थी। आपने जो तारा लिया था के तन्हाइयों को। आग लगाते हैं। मौसम बहुत सर्द है। यह बहुत अच्छा था। बहुत जबरदस्त सुनकर। मजा आया।