Meenu Babbar
@kavyakaar · 1:33
कविता -- आत्म विश्वास
इस बार। जिम्मेदारियों के बोझ में, जिम्मेदारियों के बोझ में, खुद को ना दबाता जा। बस रख आत्मविश्वास। मेहनत कर। और बढ़ता जा खुशियों के गीतों को। खुशियों के गीतों को। मन में। अपने गुनगुनाता जा। बस रख आत्मविश्वास। धैर्य रख। और चलता जा। जीत? तेरी पक्की। होगी, जीत तेरी पक्की होगी। जब आत्मविश्वास होगा। 7। विश्वास की सीढ़ी पर, चढ़ कर होगा, सबका बेड़ा पार। अब कोई मंजिल दूर नहीं। बस रख आत्मविश्वास। धन्यवाद। आपको।