अज मिस्वैल में प्रेम के ऊपर एक कविता कहने जा रही हूँ उसके प्रेम रंग ने रंग लिया मुझे अपने रंग में बंद अखियों में भी नजर वो आता था वो दूर हो या हो पास उसका प्यार बड़ा ही निराला था मेरे रिदय के कोने कोने में घर उसने अपना बसा लिया नीदों में, पलकों में, खाबों में समाया वही वो रहता था जबसे ये है रंग चड़ा मुझपर दूजा रंग कोई न भा रहा होई मैंतो प्रेम दिवानी जब से दामन उसने मेरा थाम लिया। सुभरो शाम दिन रात रहती डूबी उसके प्यार के सागर में मैं दिन गोते लगाता रहता मेरा और उसके दिल से जा मिला।
Sabi Sharma
@swenzaa67 · 0:50
हेलो हीमा मैं Good morning मैं साभी बोल रही हूँ मैंने अभी आपकी कविता सुनी जिसका शिशक आपने रखा है प्रेम रंग इतनी प्यारी कविता है ये आपकी सुनके मुझे बहुत ही अच्छा लगा आपने बहुत खुबसूर्ती से प्रेम में कैसे आप रंगी कैसे प्रेम किया � बिल्कुल हम किसे से प्रेम करते हैं तो हम उसकी रंग में रंग जाते हैं दिन भर वो हमारे ख्यालों में रहते हैं बहुती सुन्दर कविता थी आपकी मुझे बहुती पसंद आई आपकी ये कविता आशा करूँगी आप आगे भी इसी तरह सुनदर से सुनदर प्यारी कवि
Pousali Das
@Pouz_Talk · 0:38
हाई? हैमामा? गुड? ईवनिंग। आपका इस पोटरी का जो टॉपिक है मुझे वो बहुत ही पसंद आई। और आपने भी बहुत सुंदर तरीके से बताए। और आप जो बैकग्राउंड म्यूजिक इसमें एड की है वो भी बहुत बहुत मैच रहे हैं। आपकी। पोइट्री के साथ। थैंक यू सो। मच। मैं, फॉर, योर, ब्यूटिफुल, स्पिल, एंड, नेक्सट, टाइम। मेड करूंगी कि आप ऐसे ही कुछ इंटरस्टिंग और अच्छे कोई टॉपिक को लेके पोइट्री। बनाएं। थैंक यू मैम।
Uchi. Uchita Galaiya
@Feather · 0:36
Namaskar imagi kafi Mafki jaga? I was not feeling well. Islamic or pelkul saika apnea kuki mesh or shad ISI kesey ikavikaki joe bianca isakiko or kafi sundar kavita kahiya mulakatogi till then, keep posting. Keep swelling. Thank you