हेलो दोस्तों मेरा नाम हेमा सिना है। और मैं स्वैल में अपनी 1 दूसरी पोस्ट लेकर आई हूँ। जिसका शीर्षक है रात का आसमां। हर रात आसमां को देखो? तो नित नई सुबह। आती है। सूरज की। नवीन। किरणें संग? नई चुनौतियां। लाती हैं। हर रजनी। ख्वाब सजाती हैं। अपने हृदय में। ख्वाब पूरा करने के। नितनएप्रेत्न। मानव करता है। और जीवन तट पर आगे बढ़ने को लालाइत रहता है। नए सवेरे का इंतजार बखूबी करता है। कभी गिरता कभी संभलता। फिर भी।
Sabi Sharma
@swenzaa67 · 0:36
हेलो? हेमा मैन साबी बोल रही हूँ। मैंने अभी आपका ये स्वेल सुना जिसका शीर्षक आपने रात का आसमान दिया है। मुझे आपकी कविता बहुत अच्छी लगी। आपने इस कविता में बहुत अच्छे तरीके से यह वर्णन किया है कि कैसे तारे चांद के साथ मिलके रात को सुनहरा बनाते हैं। चांद कैसे अपनी भूमिका निभाता है? तारे कैसे अपनी भूमिका निभाते हैं? बहुत अच्छे तरीके से आपने ये कविता लिखी है। और उतने ही अच्छे तरीके से आपने कविता को बोला भी है। आशा करती हूँ कि आप ऐसे ही लिखती रहें। और हमें इसी तरह नए नए स्वेल सुनाती रहे।
Uchi. Uchita Galaiya
@Feather · 0:45
नमस्कार? हेमा जी। मैं फेदर हूँ। और आपका सेल काफी अच्छा था। और आपकी आवाज भी काफी मधूर है। मैं ये कहूंगी कि रात का आसमान जो आपने कविता लिखी है। और आप जिस तरह आसमां को बड़ा करना चाहते हैं वह बखूबी खूब निखर कर आई है। और यही मैं कहूंगी कि मुझे आपका स्वेल काफी अच्छा लगा। मुझे काफी पसंद आया। इसी तरह स्वेल पोस्ट करते रहिये। और मैं इसी तरह उन्हें सुनने सुनने की इच्छा और अपेक्षा रखूंगी। और रखती हूँ। सो? थैंक? यू वेरी।