दिवाली करें? कितना अच्छा लगेगा? न? ये? हाँ? ये भी बात है कि पूरी तरह सही हो जाएगा? तो यह कलयुग में ही रहेगा। लेकिन थोड़ा सा तो ठीक होना चाहिए न? बाकि? आजकल के बच्चे? फोन पे ही इतना लगे रहते हैं। ऑनलाइन क्लास के चक्कर? घर में सबकी छुटुटटीमरमी? चश्मा लग गया। मेरे से। बहुत सारे सवाल हैं कि हम लोग कहाँ से आये? पहला इंसान? कैसे आया? भगवान जी को? किसने देखा? हम लोग? मर के? कैसे? जायेंगे? क्या होता? क्या? सच में हैं?