तो साथियों नमस्कार ये जो स्वेल है मैंने करीबन 8 महीने पहले अपने फोन पर इंस्टॉल किया हुआ है हाँ लेकिन मैं कभी इसको यूज नहीं मैंने किया तो अभी मैं ऐसे ही अपने फोन को चला रहा था मैंने देखा स्वेलapभीहैआपलोगो की मैंने कई बार कहानियां सुनी भी है काफी स्टोरी अच्छी होती है हाँ लेकिन मैंने बहुत बार सोचा है करूंगा करूंगा करूंगा ब* कभी किया नहीं तो आज मैंने सोचा क्यों न मैं इसको चालू करके देखूं देखता हूँ कि लोग कैसे आपस में जुड़ते हैं तो आज मैं आपके साथ कोई कहानियाँ कथा तो नहीं इंटरव्यू करूंगा या नहीं सुनाऊंगा सबसे पहले मैं बात करना चाहता हूँ अपनी मेरा नाम दिनेश पांडे है वैसे मैं आईटी सेक्टर में व्यवसाय करता हूँ यानि कि मेरी अपनी दुकान है कंप्यूटर लैपटॉप मोबाइल फोन रिपेयरिंग की जो कि नोएडा में है सेक्टर सिक्स्टी टू और सेक्टर फिफ्टी सेवन यानि सेक्टर 62 और सर 57 में तो आप सभी से आशा करता हूँ कि कभी भी आपको मेरी जरुरत पडे हार्डवेयर से रिलेटेड कंप्यूटर लैपटॉप मोबाइल में हमेशा मैं आपके साथ हूँ मेरा ऐसा कोई विजिट चार्ज या कुछ नहीं है मैं किसी से कोई विजिट चार्ज नहीं लेता हूँ जो भी काम है वो करता हूं लोगों को और साथ में बिठा कर करता हूँ कि आप भी देखें कि अगर यह कोई छोटी परेशानी है तो आप भी इसे इन फ्यूचर कभी आती है तो सॉल्व कर सकते हैं और साथ ही में मेरा 1 एनजीओ भी है जिसका नाम है हमारा कर्तव्य वैसे अगर काम की बात हो तो मैं बहुत एक्टिव वालेंटियर हूं हमारा कर्तव्य का लेकिन हाँ अगर जिम्मेदारी की बात आती है तो मैं संस्थापक हूं वैसे तो तो ये एन जी ओ मैंने चलाया था 2017 में चालू किया था 1 मोदी जी की विवाह वो सुना था मैंने भाषण स्वच्छ भारत वाला उसी को ध्यान में रखते हुए मैंने ये चालू किया था पहले खोड़ा कॉलोनी में गलियों की सफाई से चालू किया करीबन 7 मैंने हमने रेगुलर किया लेकिन फिर लगा कि हां लोगों का सपोर्ट क* है कुछ ये है तो हमने डिसकंटिनयूंट छोड़ दिया फिर हमने 2019 11 मार्च को पहला अपना निशुल्क शिक्षालय केंद्र खोला यानि कि कर्तव्य की पाठशाला निशुल्क शिक्षा केंद्र जो अभी सेक्टर 62 में संचालित है उसके बाद हमने 3 और नए केंद्र खोले खोड़ा कालोनी में खोला है ग्रेनाडा पावन और गाजीपुर दिल्ली तो ऐसा ही छोटा सा सफर है हमारा कर्तव्य का और मेरा मैं वैसे 26 साल का हूँ और दिनेश पांडे मेरा नाम है मैंने जैसा की बता ही दिया है दीपक बिहार खोड़ा कालोनी में मैं रहता हूँ बहुत ज्यादा तो नहीं मैं पढ़ा लिखा लेकिन हाँ मैंने टेंट तक वनस्थली पब्लिक स्कूल सेक्टर फिफ्टी सिक से अपनी पढ़ाई करी उसके बाद इलेवंथ में एडमिशन लिया कॉमर्स ली थी मैंने लेकिन हां ऑल ऑफ द सडन मैंने 1 एग्जाम भरा था पॉलिटेक्निक का तो मेरा उसमें भी सलेक्शन हो गया था रोडी में अच्छा कॉलेज मिला तो मेरे पैरेंट्स ने मेरे टीचर्स में सभी ने बोला कि हाँ कॉलेज अच्छा है गवर्नमेंट है तो आप वो करो ज्यादा बेटर बेनिफिशियल रहेगा तो उसके बाद मैं इलेवन को सेप्टेंबर में छोड़ के रुड़की निकल गया था वहां मैंने अपने 3 साल डिप्लोमा करा उसके बाद आने के बाद मैंने बीटेक में एडमिशन लिया लेकिन जो यहाँ के कॉलेजेज हैं उनका माहौल मेरे को नहीं सही लगा तो मैंने ड्रॉप कर दिया ड्रॉप करने के बाद मेरे को घूमने का बहुत ही ज्यादा शौक था अभी भी है ईवन मैं अभी भी काफी जगह घूमता हूं तो फिर ड्रॉप करने के बाद मेरे घरवाले पहले तो नहीं माने लेकिन हां मैंने जब बोला कि मैं जाऊंगा ही नहीं आप कुछ भी कर ले तो घरवाले उनको मानना ही पड़ा ड्रॉप करने के बाद मैं खूब घूमा कभी हरियाणा कभी राजस्थान कभी गुजरात, कभी उत्तराखंड कभी हिमाचल प्रदेश कभी कहीं तो कभी कहीं काफी चीजें एक्सप्लोर की अलग अलग लोगों से मिला सीखा पता चला कि हां भाई कहाँ के लोग किस प्रकार के होते हैं कैसा रहनसहन है, कैसा खाना पीना है कैसी बोली भाषा है तो ये सब रहा उसके बाद फिर धीरे धीरे करके जब घरवालों ने बोला कि देखो बेटा घूमने फिरने से पेट नहीं भरता आगे आपको अपनी लाइफ भी देखनी है सब कुछ है तो उसके बाद मैंने अपना कंप्यूटर लैपटॉप का व्यवसाय चालू किया क्योंकि कंप्यूटर लैपटॉप में रूची पहले से है पहले से जब मैं सेकेंड ठेड क्लास में था मेरे घर पर कंप्यूटर आ गया था जब लोग देखने भीड़ लगती थी कि हाँ कंप्यूटर कैसा होता है देखूंगा देखेंगे तब से हम कंप्यूटर यूज कर रहे हैं तो थोड़ा सा हो जाता है कि हाँ भई जब अपने पास था तो हम को इसी को आगे क**िन्यू करें तो हमने वो चीज क**िन्यू करी धीरे धीरे काम अच्छा चल रहा था काफी तो हमने अपना न चालू करा मैं हूँ और हमारी 1 निशु मैम है वो हम दोनों इसको संचालित करते हैं बाकी 5 मिनट पूरे हो चुके हैं तो आगे की जो बातें हैं वो हम अगले उसमे करेंगे कोशिश करूँगा कि मैं डेली ही आपसे वार्ता लाभ करूँ धन्यवाद।
Aishani Chatterjee
@Aishani · 1:00
आप कैसे? ट्रांसपेरेंट वे से सब कुछ डील करते हैं? तो हां म टूटी लुकिंग फॉरवर्ड की। आप और भी ऐसे बातें लेकर आएंगे स्वेल। और तब तक के लिए टेककर वेलकम ऑन स्वेलnसएग।