Hum Last BenchWale
स्कूल खत्म हो गया। पर याद आते हैं? वो दी। वो, लास्ट बेंच। और उसपर लिखे हुए। वो नाम। अब तो हर कोई आगे बढ़ गया। लास्ट बेंच वाला भी अपनी जिंदगी में। फर्स्ट वेंचर बन गया। बस? सब बिक। दल सा गया है। लेकिन यादों का कारवा अब भी वही है? यादों का? कारवा? अब भी वही? है। तो मेरी ये छोटी सी। 1। कविता। आशा है। आप सभी को पसंद आएंगे। और अगर आप भी अपने यादों में खो गए होंगे। आप अपनी स्कूल लाइफ को याद किया रहेगा।
Prabha Iyer
@PSPV · 3:12
फिर आपने जैसे कहा? बुक? क्रिकेट? याद मुझे? बुक? क्रिकेट? खेला? करते थे? फिर झुक के गप्पे मारा करते थे। मोस्ट ऑफ ऑल। स्नैक्स के। पहले स्नैक्स खा लेते थे। और कुछ तो आपस में मंच करते रहते थे। बातें करते रहते थे। और टीचर हमेशा बोलती थी। सैटअप सेटअप ऑन द बेंच? और गेट? उट ऑफ द क्लास? नील? डाउन? कुछ तो ऐसे पनिश दिया जाता था पहले हमारे जमाने में। पर आजकल के? देखिये बैक बेंच का कोई मतलब ही नहीं है।
पर वो सोच थी। 1 क्या बोलते हैं? तरीका ही? वैसे था कि लास्ट बेंच वाले? मतलब? उनको कुछ आता ही नहीं है। पर अगर हम लोग ये सब बाजू में रखे तो? लास्ट बेंच की जो यादें है वो कभी हम भुला नहीं सकते। फिर चाहे वो दोस्तों के साथ की हुई मस्ती हो, कुछ शरारतें हो। और जैसे कि आपने मेंशन किया कि वो चिट्स पास करते थे। हाँ वो तो सबसे बड़ी 1 याद है? लास बेंच की? फेससकेपहलेहीटिखिन खत्म करना? खिड़की में से बाहर देखना? और कौन? क्या? कह रहा है?