आम पर से लोग जुड़ते हैं। तो मुझे ऐसा लगता है कि कई बार अजनबी लोग जब हमसे मिलते जुड़ते हैं तो वो 1 रियल मे लाभ होता है। यानि की मुझे ऐसा लगता है की वो लोगो को पता ही नहीं होता है की एक्चुअल में आप क्या हो? वो सिर्फ। 1 व्यक्ति से संपर्क करते है। व्यक्ति ऐसी बात करते हैं। उनको नहीं पता कि आपके पास कौन सी कार है? उनको नहीं पता कि आप कितने अमीर है? कितने गरीब हैं? उनको नहीं पता। आपकी परी, स्टोरी। वो सिर्फ। अभी जो सामने खड़ा है उस व्यक्ति को उस व्यक्ति से बात कर रहे हैं। तो जो लोग हमारी स्थिति।
कोई एक्सेप्टेंस या जो भी आप बोल सकते हो। मतलब कुछ ऐसा नहीं होता इंसान सामने वाला एक्सपेक्ट कर रहा है। आपसे? कुछ? या किसी वजह से आपसे बात कर रहा। वो चीजें कहीं न कहीं बहुत अच्छी होती है और बहुत सही होती है। और होनी भी चाहिए क्योंकि जो इंसान आपको देख कर शायद आपके लुक्स को देख के आपके पैसे को देख के। आपका स्टेटस का आपका स्टेटस हो? या रुतबा हो? या किसी भी रीजन से। अगर आपसे कांटेक्ट में है? या किसी भी वजह से। आपसे किसी भी तरह का रिश्ता रख रहा है न? तो वो जस्ट भी कर।
Anuragg Jain
@anuragg · 0:35
हेलो दीवा? सबसे पहले तो बहुत बहुत धन्यवाद। आपका स्वागत के लिए। बहुत खुशी हुई। आपके। ये शब्द सुनकर आपने। मैं तो यही कहूँगा कि जो रिप्लाई आपने किया मेरा पोडकास्ट का, वो कह सकते हैं की जो भी कुछ चीजें थी वो बिल्कुल। आपने अपने रिप्लाई में स्पष्ट कर दी। कोर कोर? कसर उसमें रही होगी? आपके? शब्दों से? स्पष्ट हो गया है? तो बहुत बहुत शुक्रिया। दीवा। स्वागत वेलकम के लिए? रिप्लाई के लिए। बहुत अच्छा रिप्लाई? किया। आपने शुक्रिया।