सो। हेलो दोस्तों, मैं श्रयाशहाअपने स्वेल को लेकर फिर से वापस आ गई हूं। आप लोग कैसे हैं? आशा करती हूँ। आप सब अच्छे होंगे। तो आप सभी का स्वेल सुनने के लिए। मैं भी बेसब्री से इंतेजार कर रही हूँ। तो आज मेरा नया स्वेल आपके लिए प्रस्तुत होता है। नशा 2 तरह का होता है 1 प्यार का और दूसरा नफरत का। प्यार का। नशा इंसान को अंधा बना देता है। प्यार इंसान के आंखों में विश्वास की पट्टी बांध देता है। और कभी कभी इंसान के दिल को तोड़ कर रख देता है।
ROHIT RAJ
@Rohit_raj_0001 · 1:33
लेकिन हाँ हर चीज की किसी भी चीज का नशा या किसी भी चीज की अति होती है। न? वो अच्छी नहीं होती? न ही प्यार का? नहीं। नफरत का? तो ये घर में ही रहना चाहिए। मैं तो यही मानता हूँ। और बाद बाकी। आपने जो कुछ भी एक्सप्लेन किया है जिस तरीके से एक्सपी किया है वो भी बहुत ही है। बहुत ही सच्ची बात कही है। आपने? नफरत का? नशाकारीकरना चाहिए? नफरत का? नहीं? होना चाहिए। दुनिया लोग के लिए। नर्क मिल जाएगी? तो बहुत ही बेहतरीन शब्दों का इस्तेमाल किया आपने।