goa diaries - Ep-3 - lehron se baatein (reposting)
कभी कभी पैरों के नीचे गुदगुदी सी भी होती है और देखने पर दूर दूर तक रेत में फैले हुए अनगिनत मनमोहक शंखों और सीपियों की श्रृंखलाएं दिखाई देती हैं। लहरें आवेग से हमारी ओर बढ़ती हैं? तो लगता है कि अब अपने अंदर समेट ही लेंगे और हम इस विशालकाय समंदर का हिस्सा बन जाएंगे। दूर क्षितिज पर। 1 हास दिखाई देता है? जो लहरों के शांत प्रभाव में चलता जा रहा है शायद वह भी 1 अंतहीन सफर पर है। हमारी तरह। फर्क?
मुझे उस लेसन की याद आई। बहुत बहुत धन्यवाद। आप ऐसे ही स्वेल्स करते रहिएगा। हमें। बहुत सारी चीजें बताते बताते रहिएगा। हमें भी। बहुत कुछ सीखने की चांस और मौका देते रहिएगा। धन्यवाद।
Himanshi Thakur
@GreyMatter · 1:51
that you know you got to spend your eniversity together in a beautiful place like go i mean and hard files सो थैंक यू थैंक यू फॉर शेयरिंग दिस लवली पर्सनल मोमेंट विथ। आल। बहुत ही एकदम, 23 बार सुना। मैंने बताया। और 23 बार। सुन के। मुझे। एकदम ऐसा लगा कि अरे वाह कितना सुंदर और जब आपने बोला कि जो लहरें हैं वो बातें हमारी बातें वो खत्म करती है।
Swell Team
@Swell · 0:15
Ranjana Kamo
@Gamechanger · 0:19
थैंक यू आपका? पodकास्t? सुनकर? तो? जैसा कि हम भी बीच पर घूम रहे हैं। और रेत हमारे पैरों के नीचे। कभी सिमट जाती है? तो कभी बहने। लगती है। वेब के साथ सो थैंक यू फॉर द स्पोट कास्ट हैव लवली डिबाई।
Gunjan Joshi
@Bibliophile · 1:58
जो हर प्रक्रिया को अपने चारों ओर होती हुई प्रक्रियाओं को गुण दृष्टि से देखता है। तो इस गढ़ के 2 प्रमुख सौंदर्य हैं? पहला तो ये कि आपने जो इसमें उपमायें प्रयोग की हैं? जैसे कि आप जब ये बोलते हैं कि हवा भी चलती है? तो मानो ऐसा लगता है कि सीपियों का संगीत बज रहा हो। और जब आप ये कहते हैं कि नाविक केवल शितिज के इशारों को समझ के अपनी यात्रा पूर्ण करता है? तो वो बहुत ही बहुत ही खूबसूरत है। मेरे पास। शब्द नहीं है? इतनी सुंदर उपमाओं को पर प्रतिक्रिया देने के लिए।
और जरूर जानना चाहूंगा कि उस कहानी में ऐसा क्या है उसका पिता में सा क्या है जिससे आप जो आप मेरी कहानी के थ्रू उसके साथ रिलेट कर पाए तो जरूर शेयर कीजिएगा और सुनने में बहुत खुशी होगी थैंक यू सो। मच गुडिंग गुड ईवनिंग।
हु? स्पीक? हिंदी? आलसो्रादरहिंदी? इस हिंदी, हिंदी का जो एक्सपेंस है। हिंदी की जो ग्रामर और वोकैबलरी है वो बहुत बड़ी है। और काफी बढ़ी। मैं कह सकता हूं? जहां हिंदी और संस्कृत दोनों मिलकर 1 बहुत ही विशालकाय भाषा का आयोजन करते हैं। और बहुत सारे। कभी कभी मैं सरप्राइज होता हूं जब मैं बाहर ट्रैवल करता हूँ। और मुझे ऐसे लोग मिलते हैं बाहर जो हिंदी सीखना चाहते हैं। और जो हिंदी सीख रहे होते हैं। और जब मैं अपने ही देश में वापस आता हूं तो मुझे पता लगता है कि हमें यहां पर लड़ाई चल रही है कि हिंदी नेशनल लैंग्वेज है?
बट यह है कि यह मोमेंट काफी दिन से पेंडिंग था। और हम इसको सेलिब्रेट करना चाहते थे। काफी समय हो गया था। और मैं इसको तब तक उजागर नहीं करना चाहता था जब तक हो नहीं जाता। तो इसलिए रुका हुआ था की हैं। जब ये ट्रिप होगी। जब इसको पूरा कर पाऊंगा तब मैं इसके बारे में शेयर करूँगा। और बहुत बहुत धन्यवाद की। सभी को अच्छा लगा। आपको बहुत पसंद आया। थैंक यू कोशिश करूँगा। आगे की। हिंदी में। ज्यादा कंटेंट क्रिएट करूं? बिकाज? हिंदी मेरा स्ट्रेंथ है।
नमस्कार? रंजना जी बहुत बहुत धन्यवाद। मेरा इनवाइट स्वीकार करने के लिए। बहुत बहुत धन्यवाद। अपनी प्रतिक्रिया शेयर करने के लिए। बहुत बहुत धन्यवाद। ये स्टोरी आपको पसंद आई। कुछ मोमेंट के लिए। मैं आपको वही ले जा पाया? जहाँ पर मैं था। और थैंक यू सो। मच? यार ऑनेस्ट क्प्रेशनहवलvली? डे हेड?