Nupur Upadhyaya
@Nupz33 · 4:52
पुराने गानों की कुछ बात ही अलग थी...
उसपे होता है ऑबसेसिव वाला की इतनी अच्छी म्यूजिक थी कि वर्ड्स चाहे जो भी हो, मैं तो सुनूंगा या सुनूंगी बट नहीं बनती च्छीअबतोवोसारा। बाकराम में वही ताल है, वहीं सुर है, वहीं म्यूजिक है, वही ड्रम है। देर इज नॉट मच डिफरेंस लिटरली। तुम 1 गाने को दुसरे पर चेप दोगे। लगेगा कि सेम ना सुन रहे हो। बस वर्ड्स डिफ्रेंट है और थोड़ा बहुत उसकी डेनिंग डिफ्रेंट है और आर्टिस्ट डिफ्रेंट है।