केवल माँ ही नहीं, 1 सच्ची सहेली भी थी तुम्हारे, समक्ष ही खोल पाती थी मैं अपना मन तुम्हारे सामने ही खोल पाती थी अपना मन और जो बातें मैं न कह पाती, वो पढ़ लेते तो मेरी आँखों में तुम्हारे सब सबक सीख संदेश मां अनवरत देते हैं तुम्हारे मेरे पास होने का अहसास मां तुम्हारी सभी सीखें ऐसा लगता है मां जैसे संदेश देती हैं तुम्हारी उपस्थिति का मां धन्यवाद।