और सरिता का हाथ पकड़ के विवाह का हाथ पकड़ के सरिता आगे बढ़ने लगती है। विवाह उसको कहती है कि देख सरिता भी मुझे ऐसा लगता है कि हमें गुड्डी की शादी के लेके अब कुछ चीजें सोच लेना चाहिए। हालांकि ये बातें थोड़ी सी बच्ची और बचकानी सी थी, लेकिन जरूरी थी। सरिता इस बात को समझ नहीं पाती है। और विवाह उससे कहती है कि इस साल उसकी गुड़िया की शादी नहीं हो पाएगी। सरिता हँसने लगती है कि क्यों इसका कारण क्या है।