Breaking the Glass Ceiling (Poet- Shraddha Sankulkar)
Jjanga Weir
@Jj.anga
Why 50/50 relationships dont work
Swati Bhargava
@swatinakshatra8
स्त्री की आज़ादी के नाम पर आज भी कितनी अजीब सोच है। कही पर आज़ादी के नाम पर संस्कार और मर्यादा किनारे रख दी जाती है ।और कहते है हम आज़ाद है, कुछ भी कर सकते है, तुमसे कोई मतलब?पर आजादी का मतलब ये भी नही